Cryptojacking क्या होती है


Cryptojacking क्या होती है

आज के समय में सभी लोग इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. और इंटरनेट का इस्तेमाल दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. और इंटरनेट के कारण कुछ लोग कमाई भी कर रहे हैं और कुछ लोग इंटरनेट को अपने काम के इस्तेमाल करते हैं. तो कई बार जब आप अपने मोबाइल डिवाइस में या कंप्यूटर में इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे होते हैं तो उस समय आपके कंप्यूटर का पंखा तेज चलता है. या आपका मोबाइल या कंप्यूटर बहुत ज्यादा गर्म होने लगता है. तो क्या आप ने इसके बारे में सोचा है. कभी कि यह क्यों गर्म होता है और यह शायद आपने यह नहीं सोचा होगा और यदि सोचा होगा तुमने सिर्फ यही सोचा होगा कि या तो आप का इंटरनेट स्लो है या आपके मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस में कोई खराबी है. इसीलिए आपका मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस स्लो चलता है. या गर्म होता है.
लेकिन मआपको बता दूं कि आपके मोबाइल और कंप्यूटर डिवाइस करें के गर्म होने का कारण सिर्फ इंटरनेट का स्लो होना या उसमें कुछ दिक्कत होना नहीं है. इनके गर्म होने का कारण Cryptojacking है. लेकिन अब आप यह सोच रहे होंगे. कि Cryptojacking क्या होता है. आपने तो हाईजैकिंग के बारे में तो सुना होगा लेकिन Cryptojacking क्या होता है. यह आप शायद नहीं जानते हैं मैं आपको आज इस पोस्ट में Cryptojacking क्या है. इसे बचे रहने के लिए हमें क्या करना चाहिए और अगर हमारे मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस Cryptojacking का शिकार है. तो हमें क्या दिक्कत होगी और Cryptojacking करने वाले उसका किस तरह से इस्तेमाल करते हैं यह जानकारी आज मैं आपको इस पोस्ट में दूंगा.

तो नीचे आपको Cryptojacking के बारे में पूरी विस्तार से जानकारी दी जा रही है. यह जानकारी आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है. क्योंकि यह लगभग आपके साथ भी हो चुका होगा या आपके साथ हो रहा होगा तो इससे बचने के लिए आप क्या करें यह सभी चीजें मैं आपको बता रहा हूं तो देखिए.


                      Cryptojacking क्या होती है

जब आप अपने मोबाइल फोन में या कंप्यूटर डिवाइस में किसी भी तरह की वेबसाइट को ओपन करते हैं. तो उसके ऊपर आपको कई अलग-अलग तरह की ऐड दिखाई देती है और वह ऐड वेबसाइट के मालिक द्वारा लगाई जाती है जिससे की वेबसाइट का मालिक कमाई करता है लेकिन हमें लगता है कि इंटरनेट एक फ्री सेवा है.लेकिन ऐसी कोई भी चीज नहीं है. आज के समय में जो मुफ्त में मिलती हो इसलिए इंटरनेट के ऊपर भी ऐड लगा कर वेबसाइट के मालिक कमाई करते हैं. जिस तरह से अगर आप मान लो YouTube के ऊपर वीडियो देखते हैं. तो वीडियो के साथ आपको YouTube के ऊपर ऐड भी देखने पड़ते हैं. जिससे कि YouTube कमाई करता है. और यूट्यूब की कमाई उसके ऊपर ही निर्भर होती है.

और यूट्यूब की कमाई फुल ऐड के ऊपर ही निर्भर होती है. तो इसी तरह से ही वेबसाइट का मालिक भी अलग-अलग तरह की ऐड अपनी वेबसाइट के ऊपर लगाता है. क्योंकि उसे भी कमाई करनी होती है. वह कोई मुफ्त सेवा खोलकर तो बैठा नहीं है. जिससे कि कोई भी जाए और उसकी वेबसाइट पर अपना काम करें और वापस आ जाए इसलिए उसको भी कुछ कमाई की जरूरत होती है. तो उन्हें ऐड से ही अपनी कमाई करता है.

और इस इंटरनेट के ऊपर ही इन वेबसाइटों में ही आज कल एक नई चीज़ निकलकर सामने आई है. जिसका नाम Cryptojacking  है. जैसा कि मैंने आपको ऊपर बताया था आपने हाईजैकिंग के बारे में तो जरूर सुना होगा लेकिन Cryptojacking के बारे में शायद पहली बार भी सुन रहे हैं Cryptojacking एक ऐसी चीज है जिसे हैकर्स इस्तेमाल करते हैं. और Cryptojacking मदद से हैकर्स आपके कप्यूटर या मोबाइल डिवाइस को बहुत ही आसानी से हैक कर लेते हैं. और आपके मोबाइल डिवाइस या कंप्यूटर का इस्तेमाल करके बहुत ही आसानी से क्रिप्टो करेंसी कमाते हैं.

और इसके लिए हैकर्स को आपके मोबाइल या कंप्यूटर पर अटैक करने की जरूरत नहीं है. ना ही वह किसी और तरह से आपके मोबाइल को हैक करते हैं. यह सारा काम वह सिर्फ एक JavaScript से करते हैं उस और JavaScript से सारा काम किया जाता है. और यह JavaScript आपके मोबाइल लिया कंप्यूटर डिवाइस के बैकग्राउंड में चलती है. जब आप किसी वेबसाइट के ऊपर होते हैं आप अपने काम में लगे होते हैं.

उस समय वह हैकर आपके कंप्यूटर और मोबाइल पावर को इस्तेमाल कर रहा होता है. अपने फायदे के लिए अपनी क्रिप्टो करेंसी कमाने के लिए और इस बात का आप को बिल्कुल भी अंदाजा नहीं होता है. वह JavaScript से आपके मोबाइल और कंप्यूटर पावर को इस्तेमाल करके क्रिप्टो करेंसी कमा रहा होता है. और उनको बहुत ज्यादा पावर कंप्यूटर से क्रिप्टो करेंसी कमाने के लिए मिल जाती है और वह इससे करेंसी को कमाकर किसी एक विशेष एड्रेस पर भेज देते हैं. उसी के और और पीछे कुछ समय पहले एक क्रिप्टो करेंसी कमाने वाली वेबसाइट के बारे में भी पता चला है.

और उस कंपनी का नाम Pirate bayथा Pirate bay के बारे में तो आप सभी जानते होंगे जो कि टोरेंट है. या दूसरी चीजें डाउनलोड करने के लिए इस्तेमाल की जाती है. उसमें वेबसाइट के ऊपर जब कोई भी यूजर जाता तो वहां पर किसी भी तरह की ऐड नहीं दिखाई दे रही थी. लेकिन की बिल्कुल हटा दी गई थी. लेकिन वहां पर एक कमाई शुरू कर दी गई थी. जहां पर आप इस वेबसाइट के ऊपर जितनी भी देर यूजर काम करते रहेंगे तो हैकर्स आपकी कंप्यूटर डिवाइस की पावर को इस्तेमाल करके वहां पर उस समय पर कमाई करते रहेंगे और इस तरह से उतनी कमाई को किसी विशेष एड्रेस पर भेज दिया जाता है. और इस तरह से यहां पर बहुत ज्यादा कंप्यूटर हो जाते हैं. और यह एक बहुत बड़ा नेटवर्क बन जाता है. और कमाई करने के लिए बहुत ज्यादा पावर मिल जाती है. और क्रिप्टो करेंसी बहुत बढ़ जाती है.

अगर बिटकॉइन करेंसी की बात करें तो सिंपल CPU पावर से बिटकॉइंस को कमाना बिल्कुल नामुमकिन है. लेकिन इसके अलावा दूसरी करेंसी को सिंपल CPU पावर से आसानी से कमाया जा सकता है. जैसे उदाहरण के लिए Monero और हैकर से इस चीज का इस्तेमाल करके इस तरह की करेंसी को कमा रहे हैं.

           कैसे पता चलता है कि आपकी पावर यूज की जा रही है

तो अब आप यह सोच रहे होंगे कि आपको किस तरह से पता चलेगा कि आपकी कंप्यूटर की पावर का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी कमाने के लिए किया जा रहा है. मैं आप को बता दूं की और यह दो तरह के तरीके होते हैं. पहला तरीका यह है. कि जब आप किसी भी तरह की वेबसाइट को ओपन करते हैं. तो उसके वेबसाइट में ही JavaScript लगी होती है. और इसके बारे में वेबसाइट के मालिक को यह पता भी नहीं होता है. कि उसकी वेबसाइट में जावास्क्रिप्ट लगी हुई है. लेकिन उसको इसलिए पता नहीं चलता क्योंकि उसकी वेबसाइट को हैक करके दूसरे हैकर से यह चीजें वेबसाइट पर लगा देते हैं. और उससे कमाई करना शुरू कर देते हैं.और कई बार इनको सर्वर में भी लगा दिया जाता है.

और दूसरा तरीका यह सामने आया सॉफ्टवेयर का है. कि में कई बार सॉफ्टवेयर के साथ ही आपके डिवाइस में डाउनलोड हो जाते हैं. ऐसे बहुत से सॉफ्टवेयर बनाए गए हैं. हैकर्स द्वारा बहुत से ऐसे प्रोग्राम तैयार किए हैं. जिससे कि जब आप किसी भी तरह का सॉफ्टवेयर डाउनलोड करते हैं तो यह प्रोग्राम आपके सॉफ्टवेयर के साथ ही आपकी डिवाइस में डाउनलोड हो जाते हैं. और फिर आपके कंप्यूटर की पावर का इस्तेमाल करके कमाई करना शुरू कर देते हैं.और यह कुछ हलचल आपकी डिवाइस में होती है.
जब आपके कंप्यूटर से क्रिप्टो करेंसी की कमाई शुरू हो जाती है. तो आपको कुछ संकेत दिखाई देने लग जाते हैं जैसे कि मान लो अगर आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं इस वेबसाइट के ऊपर जाते ही आपके कंप्यूटर का पंखा बहुत तेज चलने लगता है या आपका कंप्यूटर डिवाइस धीरे काम करने लगता है. और अगर आप मोबाइल से इस तरह की वेबसाइट को ओपन करते हैं तो आपका मोबाइल बहुत ज्यादा गर्म हो जाता है. कई बार आप अपने कंप्यूटर में ऐसी वेबसाइट को ओपन करते हैं. जिसके सिर्फ एक पेज को ओपन करते ही आपको कंप्यूटर में गर्म होने या पंखा तेज चलने जैसी दिक्कत दिखाई देने लगती है और अगर आप किसी नार्मल वेबसाइट के 10 या 12 पेज भी ओपन करते हैं. तो आपका कंप्यूटर जल्दी से इस तरह की दिक्कत में नहीं आता है. और यदि आप कंप्यूटर विंडो टास्क मैनेजर में जाकर देखेंगे तो आपके कंप्यूटर का CPU यूज़ज एकदम से बढ़ जाता है. तो इन संकेत से आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि आपकी कंप्यूटर की पावर का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी की कमाई करने के लिए किया जा रहा है.

Coinhive

जैसा कि मैंने आपको ऊपर पता है कि आप को पता नहीं चलता है और आप सिर्फ यही सोचते हैं.कि आपका कंप्यूटर सिर्फ गरम हो रहा है. लेकिन बहुत सी वेबसाइट के ऊपर ऐसी स्क्रिप्ट लगाई हुई है जिससे कि क्रिप्टो करेंसी कमाई जा रही है. पिछले कुछ समय में एक Coinhive नाम की कंपनी सामने आई है. और यह कंपनी वेबसाइट के मालिक को अपनी वेबसाइट में एक ऐसी स्क्रिप्ट ऐड करने को देती है जिससे कि क्रिप्टो करेंसी कमाई जाती है. और फिर उसको लगाने के बाद जितने भी विजिटर उस वेबसाइट पर आते हैं. तो उन सभी की कंप्यूटर की पावर का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी कमाने के लिए किया जाता है फिर जितनी भी क्रिप्टो करेंसी कमाई होगी उसमें से 30% कमीशन वह कंपनी लेगी. और आजकल जो पॉपुलर वेबसाइट होती है. उनके ऊपर बहुत ज्यादा इस स्क्रिप्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है. और आपको पता भी नहीं चलता है लेकिन वेबसाइट के ऊपर तो चलो हम मान लेते हैं कि इसका इस्तेमाल हो रहा है. लेकिन अब कुछ समय पहले ही एक और चीज सामने आई थी.पहली बार ऐसा हुआ. कि YouTube के ऊपर एक ऐड में इस स्क्रिप्ट का इस्तेमाल किया गया था.और पता इस तरह से चला कि Google का जो एंटीवायरस होता है.उसने इस स्क्रिप्ट को नोट किया और उसको ऐड को ब्लॉक कर दिया.

और Google के द्वारा बताया गया कि यहां पर वही Monero JavaScript का इस्तेमाल किया गया था. जो कि Pirate bay ने  किया था लेकिन यह अभी भारत में आई है. इन स्क्रिप्ट को हैकर अलग-अलग देशों में इस्तेमाल कर रहे हैं YouTube ने इस कार्यवाही की और  YouTube बताया कि हम इस तरह की किसी भी ऐड का समर्थन नहीं करते हैं और उसको बंद कर देते हैं. उसके अकाउंट को हम ब्लॉक कर देते हैं इसके बारे में आप अंदाजा लगा सकते हैं कि हैकर से कमाई करने के लिए कितना पैसा ऐड के ऊपर लगा रहे हैं. इसके सबसे पहले हैकर एक नया और अकाउंट बनाते हैं.जिसको Google अप्रूव कर देता है और जैसे ही वह अकाउंट अप्रूव होता है. उसके बाद वह  Monero JavaScript से  क्रिप्टो करेंसी की कमाई करना शुरू कर देते हैं. और कुछ JavaScript तो ऐसी है. कि वह सिर्फ 30% ही कमीशन नहीं ले रहे हैं. बल्कि सभी विजिटर की कंप्यूटर का पावर का इस्तेमाल करके पूरी क्रिप्टो करेंसी की कमाई खुद कर रहे हैं. और Google और YouTube इस बात का दावा कर रहे हैं. कि हमने इस तरह की सभी चीजों को ब्लॉक कर दिया है. वह अभी हटा रहे हैं. अगर आगे भी इस तरह की कोई दिक्कत आती है. तो हम इन सभी चीजों को हटा देंगे.

                         क्रिप्टोजैकिंग से कैसे बचें

अगर आपको लगता है. कि आपके कंप्यूटर और मोबाइल का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी के लिए किया जा रहा है. तो आप उसे किस तरह से बचें और किस तरह से आप उस क्रिप्टो करेंसी को बंद कर सकते हैं उसके बारे में आपको नीचे बता रहा हूं.

    आप अपने कंप्यूटर में टोर ब्राउज़र का उपयोग कर सकते हैं.
    अपने क्रोम ब्राउज़र में एक्सटेंशन का उपयोग कर के Cryptojacking को रोक सकते हैं.
    आप अपने कंप्यूटर में जिस भी ब्राउज़र का उपयोग करते हैं. उसमें आपको जावास्क्रिप्ट ब्लॉक कर सकते हैं.
    सबसे पहली बात आपको किसी unsecure या  malicious वेबसाइट का उपयोग नही करना है.
    आप किसी थर्ड पार्टी वेबसाइट से किसी भी तरह की गेम या सॉफ्टवेयर डाउनलोड ना करें क्योंकि इनके साथ भी आपके सिस्टम में कुछ ऐसी चीजें डाउनलोड हो जाती है. जो कि आपके कंप्यूटर पावर का इस्तेमाल करती है.
    और आप गूगल क्रोम से No coins नाम का एक सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर सकते हैं. तो उससे आपके कंप्यूटर पावर से जो क्रिप्टो करेंसी की कमाई की जा रही है. वह बंद की जा सकती है यह Coins blocker सॉफ्टवेयर है.
इन चीजों का इस्तेमाल करके आप क्रिप्टो करेंसी से बच सकते हैं.


क्रिप्टोजैकिंग से होने वाले नुकसान

जब आपके कंप्यूटर एवं मोबाइल की पावर का इस्तेमाल कोई और क्रिप्टो करेंसी कमाने के लिए कर रहा होता है. तो उसमें आपका मोबाइल गर्म हो जाता है. और आपका कंप्यूटर का पंखा बहुत तेज चलने लगता है. इससे आपको बहुत ज्यादा नुकसान हो सकता है. आपका कंप्यूटर खराब भी हो सकता है.आपके कंप्यूटर पर बहुत ज्यादा लोड होता है .

 1- अगर आपके कंप्यूटर में लगातार क्रिप्टोजैकिंग होती रहे तो आपके बिजली का खर्चा बढ़ सकता है. क्योंकि क्रिप्टोजैकिंग होने से आपके कंप्यूटर को ज्यादा पॉवर चाहिए होता है.
 2- यह आपकी पर्सनल इंफॉर्मेशन को भी चुरा सकता है. या नहीं आपका डाटा चुरा सकता है.
 3- अगर आपके कंप्यूटर के क्रिप्टो का इस्तेमाल क्रिप्टो करेंसी को कमाने के लिए किया जा रहा है .तो इसके बाद आपको भी दिक्कत हो सकती है. जैसे आप अपने बैंक अकाउंट से किसी भी तरह की ट्रांजैक्शन करते हैं. या पैसे ट्रांसफर करते हैं तो उसमें भी आपको दिक्कत हो सकती है.

इसे आपके कंप्यूटर पर बहुत लोड होता है. और इस समय आपका कंप्यूटर किसी न किसी तरह से डैमेज जरूर हो जाएगा.

क्रिप्टोजैकिंग सही है या गलत 

अगर आप किसी भी दूसरे आदमी की चीज का उससे पूछ लेना इस्तेमाल करते हैं. तो यह एक कानूनी अपराध है. और बात करें क्रिप्टो करेंसी की तो यह भी एक गलत ही चीज है. क्योंकि अगर आप की पावर का इस्तेमाल करके कोई कमाई कर रहा है. तो इस आपके कंप्यूटर या मोबाइल फोन में दिक्कत होने का भी डर रहता है. जिससे कि आपको उस का नुकसान होगा. और अगर इसका इस्तेमाल नहीं रोका जाता है. तो यह आने वाले समय में एक बड़ा खतरा बन सकती है. क्योंकि इस तरह की करेंसी ज्यादातर आतंकवादी संगठन को ज्यादा बढ़ावा देती है. तो उन लोगों को इसी तरह की चीज से पैसा चाहिए होता है. और बहुत ज्यादा पैसा चाहिए होता है. क्योंकि क्रिप्टो करेंसी एक बार में ही बहुत ज्यादा कमाई कर के दे सकती है. तो इस तरह से हमें इसको रोकने की कोशिश करनी चाहिए.

तो आज हमने आपको इस पोस्ट में एक बहुत ही महत्वपूर्ण और फायदेमंद जानकारी आपके लिए बताई. इससे आपको बहुत फायदा होगा. क्योंकि इस तरह की दिक्कत अक्सर आपके कंप्यूटर या मोबाइल फोन में होती है. तो आप हमारे द्वारा बताई इस जानकारी इन चीजों से छुटकारा पा सकते हैं. तो हमारे द्वारा बताई गई क्रिप्टो करेंसी के बारे में जानकारी यदि आपको पसंद आए तो शेयर करना ना भूलें और यदि आपका इसके बारे में कोई सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में कमेंट करके हमसे पूछ सकते हैं.